हर साल बहुत सारे लोग freelancing में अपनी किस्मत आजमाते हैं। कई लोगों को लगता है कि freelancing बहुत आसान है और केवल freelancer platforms पर profile बनाने से काम मिल जाता है। इसी overconfidence की वजह से बहुत सारे freelancers फेल हो जाते हैं। हर काम को करने का एक सही तरीका होता है, पर कई लोग जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में उस तरीके को फॉलो नहीं करते। फिर उन्हें लगता है कि यह काम उनके बस का नहीं है या इसमें कमाई नहीं है। यह वही कहावत हो जाती है कि “अंगूर खट्टे हैं।
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हेलो दोस्तों, मेरा नाम है Ashvani Kumar (अश्वनी कुमार) और मैं पिछले 11 सालों से फ्रीलांसिंग कर रहा हूं। इस सफर में, मैंने फ्रीलांसिंग से 3 करोड़ से ऊपर की कमाई की है। इस ब्लॉक के माध्यम से मैं आपको बताऊंगा कि फ्रीलांसिंग क्या होती है, इसके फायदे क्या हैं, और आप किस प्रकार से फ्रीलांसिंग से कमाई कर सकते हैं।
आप मेरी फ्रीलांसिंग जर्नी को यहाँ पढ़ सकते हैं और मेरी फ्रीलांसिंग प्रोफाइल यहाँ देख सकते हैं।
फ्रीलांसर दो प्रकार के होते हैं – Types of Freelancer
आपने अंगूर खट्टे हैं और प्यासे कौवे की कहानियां तो सुनी ही होंगी। इन कहानियों से हम दो अलग-अलग दृष्टिकोणों को समझ सकते हैं। इसी तरह, freelancers भी दो प्रकार की श्रेणियों में आते हैं: एक वो जो कौवे की तरह होते हैं और दूसरे वो जो लोमड़ी की तरह।
1. कौवे जैसे Freelancers:
• हार न मानने वाले: ये फ्रीलांसर उसी प्यासे कौवे की तरह होते हैं जो अपने लक्ष्य को पाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। उन्हें भले ही रास्ते में कठिनाइयों का सामना करना पड़े, लेकिन वो हार नहीं मानते और अपने मंजिल तक पहुंचने के लिए नयी-नयी तरकीबें आजमाते हैं।
• समस्याओं का समाधान: जैसे प्यासा कौवा पानी पाने के लिए पत्थरों का इस्तेमाल करता है, वैसे ही ये फ्रीलांसर हर कठिनाई का हल ढूंढते हैं। अगर उन्हें तुरंत काम नहीं मिलता, तो वे अपनी skills को सुधारते हैं, बेहतर networking करते हैं और खुद को हर स्थिति के लिए तैयार रखते हैं।
• लक्ष्य पर फोकस: ये फ्रीलांसर हमेशा अपने लक्ष्य पर फोकस करते हैं और समय, धैर्य और मेहनत के साथ सफलता हासिल करते हैं।
2. लोमड़ी जैसे Freelancers:
• जल्दबाजी और धैर्य की कमी: दूसरी तरफ, कुछ फ्रीलांसर लोमड़ी की तरह होते हैं जो किसी काम में थोड़ा प्रयास करने के बाद उसे छोड़ देते हैं। अगर उन्हें तुरंत सफलता नहीं मिलती, तो वे उस काम को छोड़कर यह कहने लगते हैं कि “यह काम मेरे लिए नहीं है” या “इसमें कोई कमाई नहीं है।” ये फ्रीलांसर उस लोमड़ी की तरह होते हैं जिसने अंगूरों को खट्टा मानकर छोड़ दिया, क्योंकि वो उन तक पहुंच नहीं सकी।
• कोई तरकीब नहीं आजमाना: लोमड़ी की तरह ये फ्रीलांसर कभी कोई नई तरकीब नहीं आजमाते। उन्हें काम जल्दी चाहिए होता है, और जब काम नहीं मिलता तो वो हार मान लेते हैं। उनके पास धैर्य की कमी होती है और वो अपनी रणनीतियों को सुधारने के बजाय काम छोड़ देते हैं।
• लंबे समय की सोच नहीं: ये फ्रीलांसर लंबे समय की सफलता के बजाय तुरंत परिणाम चाहते हैं। अगर उन्हें शुरुआती असफलताएं मिलती हैं, तो वो इसे अपने खिलाफ मानकर आगे बढ़ने से पीछे हट जाते हैं।
कौवे जैसे क्रांतिकारी फ्रीलांसर धैर्य, दृढ़ता और संघर्ष से अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं। उन्हें पता होता है कि हर कठिनाई का समाधान है और वो उसे ढूंढने के लिए तैयार रहते हैं। वहीं, लोमड़ी जैसे फ्रीलांसर शुरुआत में ही हार मान लेते हैं और खुद को यह कहकर समझा लेते हैं कि वो काम उनके लिए नहीं था।
यदि आप freelancing में सफल होना चाहते हैं, तो कौवे की तरह संघर्ष और निरंतरता के साथ प्रयास करें, क्योंकि आपकी मेहनत और सही तरकीबें ही आपको सफलता दिलाएंगी।
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1) सिर्फ पैसे या कमाई के बारे में सोचना:
फ्रीलांसिंग शुरू करते समय अक्सर नए फ्रीलांसरों के दिमाग में सिर्फ एक ही चीज़ रहती है: पैसे या कमाई। वो सोचते हैं कि जितनी जल्दी हो सके, उन्हें पैसे कमाने का मौका मिलना चाहिए। हालांकि, यही सोच उनके फ्रीलांसिंग करियर को सही से शुरू भी नहीं होने देती।
पैसे के बजाय शुरुआत में सीखने और अनुभव पर ध्यान दें: शुरुआत में सबसे बड़ी गलती यही होती है कि हम सिर्फ पैसे के पीछे भागते हैं। स्टार्टिंग में आपको इस सोच को एक तरफ रखकर खुद को skills और पोर्टफोलियो बनाने पर फोकस करना चाहिए। अगर शुरुआत में कुछ काम फ्री में भी करना पड़े, तो इसे सीखने का अवसर समझें, न कि नुकसान।
फ्री काम से अनुभव और पोर्टफोलियो: स्टार्टिंग में अगर आपको एक-दो क्लाइंट्स के लिए थोड़े-बहुत फ्री काम करने की नौबत आए, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। इससे आपको अनुभव मिलेगा, और सबसे महत्वपूर्ण बात, एक अच्छा Portfolio तैयार होगा। आपके पास कुछ असली projects होंगे जिन्हें आप अपनी profile में दिखा सकते हैं, और इसके साथ ही आपके रिव्यूज भी होंगे जो आपकी विश्वसनीयता बढ़ाएंगे।
स्टार्टर रिव्यूज और विश्वसनीयता: जैसे-जैसे आपके पास पोर्टफोलियो और क्लाइंट रिव्यूज जुड़ते जाएंगे, आपकी प्रोफाइल पर विश्वसनीयता बढ़ेगी और नए क्लाइंट्स आप पर भरोसा करने लगेंगे। इससे धीरे-धीरे आप paid projects पर शिफ्ट कर सकते हैं और अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं।
मेरा खुद का अनुभव: मैंने भी अपने फ्रीलांसिंग करियर की शुरुआत इसी तरह की थी। शुरू में मैंने भी कुछ काम बिना पैसे के किया, लेकिन उसी फ्री काम का अनुभव, पोर्टफोलियो और क्लाइंट्स के रिव्यूज ने मुझे बड़े और paid projects तक पहुंचाया।
अगर आप फ्रीलांसिंग की शुरुआत में सिर्फ पैसे के बारे में सोचेंगे, तो आप असली मूल्य (value) को मिस कर देंगे। शुरुआत में आपको खुद को साबित करने के लिए फ्री काम से घबराना नहीं चाहिए। बाद में यही अनुभव और रिव्यूज आपको बड़ा और लगातार काम दिलाने में मदद करेंगे, जिससे आपकी कमाई भी स्थिर हो जाएगी।
2) बातचीत की कमी:
किसी भी काम में success पाने के लिए communication बहुत जरूरी है। मैंने देखा है कि बहुत सारे freelancers काम लेने के बाद client से सही से communication नहीं करते, या फिर बहुत कम करते हैं। कुछ तो बिल्कुल ही basic communication तक सीमित रहते हैं, जिससे उनकी शुरुआत में ही client के सामने image खराब हो जाती है। इसका नतीजा यह होता है कि client उस project को बीच में ही बंद कर देता है और किसी और freelancer को दे देता है।
Clients को समय-समय पर project updates देना और उनके हर सवाल का सही समय पर जवाब देना, freelancing career में सफल होने के लिए दो सबसे महत्वपूर्ण बातें हैं। जब आप अच्छे से communicate करेंगे तो clients को लगेगा कि आप उनके काम में सही interest ले रहे हैं और उन्हें भरोसा रहेगा कि उनका काम सही दिशा में जा रहा है।
इसलिए, अच्छे communication skills रखने और client expectations को अच्छे से संभालने से आपके freelancing career में सफलता की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
3) ज्यादा जॉब अप्लाई करना:
नए freelancers, जल्दी job पाने के चक्कर में एक दिन में बहुत सारी jobs अप्लाई कर देते हैं। इस hurry में वे किसी भी job post को ठीक से नहीं पढ़ते, जिससे उनकी job application या cover letter भी सही से नहीं लिखा जाता। अक्सर, बिना proofread किए ही, वे clients को application भेज देते हैं।
बहुत से नए freelancers एक ही cover letter को बार-बार कॉपी-पेस्ट करके, उसमें हल्के-फुल्के बदलाव करके, हर job के लिए भेजते हैं। लेकिन ऐसे generic cover letters का असर कम हो जाता है और clients को इससे कोई खास impression नहीं मिलता।
आज के समय में competitive freelancing market में, अगर आपका cover letter विशिष्ट और tailored नहीं होगा, तो job मिलने की संभावना बहुत कम हो जाती है। इसलिए, हर job को ध्यान से पढ़ें, उसके अनुसार customized और detailed cover letter लिखें, जिससे client को लगे कि आपने उस प्रोजेक्ट पर अच्छी तरह से ध्यान दिया है।
4) जॉब डिस्क्रिप्शन को ध्यान से और पूरा ना पढ़ना:
बहुत से नए freelancers, जल्दी job पाने के चक्कर में job description को आधा पढ़कर या सिर्फ कुछ हिस्सों पर नजर डालकर ही job apply कर देते हैं। यह एक बहुत बड़ी गलती है, क्योंकि आजकल के clients बहुत चालाक हो गए हैं। वे अक्सर freelancer की dedication और attention to detail को परखने के लिए job description के अंदर कुछ खास instructions डालते हैं।
ये instructions फ्रीलांसर से उसकी job application को एक खास specific word से शुरू करने या कुछ अन्य दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहते हैं। अगर आपने वह instructions ध्यान से नहीं पढ़े और बिना सोचे-समझे apply कर दिया, तो client को तुरंत पता चल जाता है कि आपने job description को पूरी तरह से नहीं पढ़ा है। ऐसे में आपकी application तुरंत reject कर दी जाती है।
इसलिए, हर job post को ध्यान से पढ़ना और उसके अनुसार customized cover letter तैयार करना बेहद जरूरी है। इससे clients को आपके dedication का अंदाजा होगा, और आपकी job application के चुने जाने की संभावना भी बढ़ जाएगी।
5) कवर लेटर में प्रोफाइल के बारे में लिखना:
बहुत से freelancers जब cover letter लिखते हैं, तो वे अपनी profile पर पहले से लिखी गई जानकारी को ही कॉपी करके उस में डाल देते हैं। लेकिन यह एक बड़ी गलती है। Clients को आपकी profile का पूरा access होता है, इसलिए उन्हें आपकी योग्यताओं और अनुभव का पता लगाने के लिए अलग से आपकी profile पढ़ने की जरूरत नहीं है।
कवर लेटर में हमेशा job-specific content ही लिखना चाहिए। इसमें आप यह उल्लेख कर सकते हैं कि आपने पहले भी इसी तरह के jobs किए हैं। लेकिन इस बार, आपको उन projects का थोड़ा विवरण देना चाहिए और यह भी बताना चाहिए कि आप इस नए project को कैसे पूरा करेंगे।
उदाहरण के लिए, आप कह सकते हैं, “मैंने पिछले महीने इसी तरह के एक project पर काम किया था, जिसमें मुझे [specific task] करना था। मैं उस project को [describe your approach] के जरिए सफलतापूर्वक पूरा किया। इस नए job में, मैं इसे इस प्रकार करूंगा: [explain your strategy]।”
कवर लेटर में अपनी capabilities और skills पर ध्यान देने के बजाय, आपको project को सफलतापूर्वक पूरा करने के तरीके पर जोर देना चाहिए। इससे clients को यह समझने में मदद मिलेगी कि आप वास्तव में उनकी आवश्यकताओं को समझते हैं और project को सफल बनाने के लिए गंभीर हैं।
6) वह फ्रीलांसिंग को पार्ट टाइम जॉब ही समझते हैं:
कई freelancers, विशेषकर छात्र या वे लोग जो पहले से कोई job कर रहे हैं, freelancing को एक part-time job के रूप में समझते हैं। वे यह सोचकर शुरू करते हैं कि अगर success मिली, तो बढ़िया, और अगर नहीं मिली, तो कोई नुकसान नहीं। लेकिन यह सोच उनकी dedication और efforts में कमी लाती है, जिससे उन्हें success नहीं मिलती।
आज की market में, freelancing एक ऐसा career विकल्प बन चुका है जो full-time jobs से भी अच्छी earnings प्रदान कर सकता है। यदि आप freelancing में अपनी career बनाना चाहते हैं, तो इसे एक गंभीर पेशे की तरह लेना जरूरी है।
आपको अपनी पूरी dedication और efforts लगानी होंगी। सफल freelancers वही होते हैं जो इस क्षेत्र में अपने कौशल को न केवल विकसित करते हैं, बल्कि उसे सही तरीके से प्रस्तुत भी करते हैं। इसलिए, अगर आप फ्रीलांसिंग को एक साइड job की तरह देखेंगे, तो आपको वह success नहीं मिलेगी जिसकी आप उम्मीद करते हैं। इसे एक वास्तविक career के रूप में लें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए ईमानदारी से काम करें।
7) स्किल या इंटरेस्ट से बाहर काम करना:
कई नए freelancers अपने skills या जिन कामों में उन्हें interest है, उन्हें छोड़कर किसी और freelancer द्वारा किए जा रहे सफल कामों की नकल करने में लगे रहते हैं। वे सोचते हैं कि अगर कोई और सफल हो रहा है, तो उन्हें भी वही करना चाहिए।
लेकिन सफल लोग हमेशा यही कहते हैं कि आपको वही काम करना चाहिए जिसमें आपको enjoyment हो। जब आप किसी काम को पसंद करते हैं, तो आप उसे करने में कभी बोर नहीं होते। इससे आपकी dedication बढ़ती है, और आप उस काम को पूरी effort से करते हैं।
जब आप dedication से काम करते हैं, तो सफलता भले ही थोड़ी देर से आए, लेकिन आती जरूर है। अपने skills और interests के आधार पर काम करने से आपको न केवल job satisfaction मिलता है, बल्कि यह आपके freelancing करियर में भी एक मजबूत नींव रखता है। इसलिए, अगर आप सफल होना चाहते हैं, तो अपने शौक और कौशल के अनुसार काम चुनें, और उसी पर ध्यान केंद्रित करें।
8) डिसिप्लिन की कमी:
कई नए freelancers इस तरह काम करते हैं कि वे एक दिन में पांच jobs अप्लाई कर देते हैं, फिर अगले दो दिन कुछ नहीं करते। फिर कभी एक और job अप्लाई करते हैं, और फिर चार-पांच दिन तक कोई गतिविधि नहीं होती। यह तरीका सफल होने के लिए सही नहीं है।
Freelancing में discipline और नियमितता का होना बेहद आवश्यक है। यदि आप रोजाना एक job अप्लाई करने की बजाय केवल कुछ दिनों में एक साथ कई jobs अप्लाई करेंगे, तो यह आपकी success में रुकावट डाल सकता है।
सच्चाई यह है कि आपको freelancing के लिए समय देना पड़ेगा और एक नियमित schedule फॉलो करना होगा। उदाहरण के लिए, यदि आप हर दिन केवल एक job अप्लाई करते हैं, लेकिन उसे अच्छे से तैयार करते हैं, तो एक दिन आपको जरूर सफलता मिलेगी।
मैंने भी अपनी पहली job 17 दिन बाद प्राप्त की थी, जब मैंने रोजाना निरंतरता से दो से तीन jobs के लिए अप्लाई करना शुरू किया। यदि आप discipline के साथ चलते हैं और नियमित रूप से काम करते हैं, तो आपकी success की संभावनाएं जरूर बढ़ेंगी।
9) अपनी माइक्रो निच के बदले मेजर निच को टारगेट करना:
काम जल्दी पाने की लालच में अपनी expertise को भूलकर किसी और क्षेत्र में jobs अप्लाई करते रहते हैं। इस वजह से उनका ध्यान भटक जाता है, और उनकी profile मजबूत नहीं बन पाती।
यदि आप अपनी एक विशेष micro niche में काम करते रहेंगे, तो आपकी profile उस निच के लिए बहुत अच्छी बन जाएगी। एक मजबूत profile होना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे clients को आपका काम समझने में मदद मिलती है।
अगर आप अपनी क्षमताओं को एक special skill में सीमित रखते हैं और उस पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो clients आपको उसी निच में काम देने में ज्यादा संकोच नहीं करेंगे। इसलिए, अपने मूल कौशल पर ध्यान केंद्रित करें और उन्हें विकसित करें। इससे आपकी freelancing यात्रा में आपको अधिक सफलता मिलेगी और आप एक विश्वसनीय freelancer बन पाएंगे।
10) ज्यादा इनकम वाले फ्रीलांसिंग केटेगरी से शुरू करना:
कई लोग freelancing में शुरुआत करते समय ऐसे कैटेगरी चुनते हैं जिनमें अधिक इनकम होती है। लेकिन, ऐसा करना हमेशा फायदेमंद नहीं होता। उच्च इनकम वाले क्षेत्रों में competition बहुत ज्यादा होता है, और उन कामों को करने के लिए experience की आवश्यकता होती है।
नए freelancers के पास आमतौर पर ज्यादा experience नहीं होता और न ही कोई ठोस portfolio होता है जो उन्हें clients को प्रभावित करने में मदद कर सके। इस कमी के कारण, उन्हें अक्सर कई दिनों तक काम नहीं मिलता। जब वे निरंतर प्रयासों के बाद भी सफलता नहीं पाते, तो वे थक कर हार मान लेते हैं।
इसलिए, यदि आप freelancing में नए हैं, तो बेहतर है कि आप ऐसे क्षेत्रों में शुरुआत करें जहाँ प्रतिस्पर्धा कम हो और आप धीरे-धीरे अपने कौशल और portfolio को विकसित कर सकें। जैसे-जैसे आप अनुभव प्राप्त करेंगे और अपनी profile मजबूत करेंगे, तब आप अधिक प्रतिस्पर्धी क्षेत्रों में भी freelancing करने की सोच सकते हैं। इस प्रकार, आप एक स्थायी और सफल freelancing करियर की दिशा में बढ़ेंगे।
11) ध्यान भटकना और फोकस न रखना:
कुछ लोग freelancing के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी भाग लेते हैं, जैसे blogging या YouTube चैनल बनाना। इस प्रकार की बहु-कार्य प्रणाली अक्सर उनकी उत्पादकता को प्रभावित करती है। जब आपका ध्यान कई दिशाओं में बंटा होता है, तो आप किसी भी एक कार्य पर पूरी तरह से ध्यान नहीं दे पाते।
इससे नतीजा यह होता है कि न तो आप freelancing में अच्छी तरह से सफल हो पाते हैं, और न ही अन्य कार्यों में। किसी भी नए काम की शुरुआत में फोकस करना बहुत जरूरी होता है। यदि आप एक साथ कई चीजें करने की कोशिश करेंगे, तो आपकी productivity में कमी आएगी, और आप किसी भी क्षेत्र में बेहतर परिणाम प्राप्त नहीं कर पाएंगे।
इसलिए, जब आप freelancing शुरू करें, तो अपने ध्यान को एक दिशा में केंद्रित करें। अपने कौशल पर ध्यान दें और उस क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास करें। एक बार जब आप उस क्षेत्र में सफल हो जाएंगे, तब आप अन्य गतिविधियों में भी अपनी रुचि शामिल कर सकते हैं। इस प्रकार, आप एक स्थायी और सफल freelancing करियर की ओर बढ़ेंगे।
इसलिए, जब आप freelancing शुरू करें, तो अपने ध्यान को एक दिशा में केंद्रित करें। अपने कौशल पर ध्यान दें और उस क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास करें। एक बार जब आप उस क्षेत्र में सफल हो जाएंगे, तब आप अन्य गतिविधियों में भी अपनी रुचि शामिल कर सकते हैं। इस प्रकार, आप एक स्थायी और सफल freelancing करियर की ओर बढ़ेंगे।
12) टाइम पर प्रोजेक्ट पूरा न करना:
बहुत से freelancers को अगर काम मिल जाता है, तो भी वे अक्सर अपने प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा नहीं करते। यह कई कारणों से हो सकता है—जैसे अपने व्यक्तिगत जीवन में व्यस्त रहना, या अधिक प्रोजेक्ट लेने के कारण overworking करना। जब फ्रीलांसर बहुत सारे प्रोजेक्ट्स लेते हैं, तो वे किसी एक प्रोजेक्ट पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते, जिससे उनकी गुणवत्ता और समय प्रबंधन प्रभावित होता है।
इसकी वजह से, क्लाइंट्स अक्सर प्रोजेक्ट्स को अधूरा छोड़ देते हैं या खराब समीक्षा देते हैं। ये नकारात्मक समीक्षाएँ बाद में उनकी प्रोफाइल पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। जब नए क्लाइंट्स उनकी प्रोफाइल को देखते हैं और खराब समीक्षाएँ पाते हैं, तो वे उन्हें काम देने से हिचकते हैं।
इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि freelancers अपने समय का सही प्रबंधन करें। अपने प्रोजेक्ट्स की संख्या को सीमित करें और केवल उन्हीं प्रोजेक्ट्स को स्वीकार करें जिनका आप सही से प्रबंधन कर सकते हैं। हमेशा समय पर प्रोजेक्ट पूरा करने की कोशिश करें, क्योंकि यह आपकी प्रोफेशनल छवि को बनाए रखने में मदद करेगा और भविष्य में नए क्लाइंट्स को आकर्षित करेगा।
याद रखें, गुणवत्ता और समय की पाबंदी आपकी सफलता के महत्वपूर्ण कारक हैं।
अंतिम विचार
फ्रीलांसिंग में सफलता पाने के लिए, शुरुआती फ्रीलांसरों को अपनी रणनीतियों और दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करना होगा। सबसे पहले, उन्हें पैसे कमाने के बजाय अपने कौशल और पोर्टफोलियो पर ध्यान देना चाहिए, जिससे वे मजबूत क्लाइंट संबंध बना सकें। प्रभावी संवाद, अनुशासन, और समर्पण के साथ काम करना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, जॉब डिस्क्रिप्शन को ध्यान से पढ़ना और कस्टमाइज्ड कवर लेटर लिखना क्लाइंट को प्रभावित करने में मदद कर सकता है। फोकस बनाए रखना और अपनी रुचियों और विशेषज्ञता के क्षेत्रों में काम करना आवश्यक है, ताकि फ्रीलांसिंग एक स्थायी और लाभदायक करियर बन सके। अंततः, सही दृष्टिकोण और प्रयासों से, कोई भी फ्रीलांसर अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है और इस क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकता है।